मेरठ, अक्टूबर 10 -- उत्तर प्रदेश की परिवहन व्यवस्था को सुचारू रखने में रोडवेज कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कर्मचारी आमजन की सुविधा के लिए दिन-रात काम करते हैं, प्रदेश की आर्थिक एवं सामाजिक गतिविधियों में अहम योगदान देते हैं। ऐसे में अगर इन कर्मचारियों की समस्याओं को अनदेखा किया जाए तो इनके आत्मसम्मान और अधिकारों को ठेस पहुंचती है। रोडवेज कर्मचारी निजीकरण का विरोध करते हुए अपनी मांगों पर सहमति के साथ उन्हें लागू कराना चाहते हैं, जिसके लिए सभी ने एकजुट होकर धरना प्रदर्शन किया। मेरठ जिले से जुड़े रोडवेज कर्मचारियों की संख्या 2000 से ज्यादा है। इनमें करीब 1200 रोडवेज कर्मचारी संविदा वाले हैं। मेरठ से सोहराब गेट डिपो, मेरठ डिपो, भैंसाली डिपो, गढ़ डिपो और बागपत डिपो जुड़ी हैं। इसके चलते यूपी रोडवेज कर्मचारी संघ के सैकड़ों कर्मचारियों ...
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