मेरठ, जुलाई 12 -- शहर के पुराने इलाकों में शुमार इंदिरानगर, आज भी जलभराव और नालियों में भरी गंदगी से बदहाल नजर आता है। नालियों के बीच में लगे खंभों में करंट का डर लोगों को सताता रहता है। हालात ये हैं, कि इंद्र के बरसते ही, इंद्रानगर की सड़कें पानी से लबालब हो जाती हैं। वहीं इस पूरे इलाके में पीने का पानी लोगों की सेहत खराब कर रहा है, जिसकी गंदगी का आजतक कारण नहीं पता चला। अब यहां की जनता नालियों में बह रहे गोबर से निजात और साफ-सुथरा पानी चाहती है। इंदिरानगर इलाका करीब सौ साल से भी ज्यादा पुराना है। आज यहां की आबादी बीस हजार से अधिक हो चुकी है। 13 हजार से अधिक लोग अपने मतों का प्रयोग करते हैं। वार्ड नंबर 62 का हिस्सा इंदिरानगर आज बुनियादी सुविधाओं के लिए परेशान है। पूरे इलाके में गंदे पानी की निकासी का एक ही साधन है, नालियां और सबवेल। लेकि...