मेरठ, दिसम्बर 27 -- मेरठ। विकास की पहचान और रफ्तार का भरोसा होते और मंजिल तक सुरक्षित पहुंचने की उम्मीद होते हैं हाईवे। लेकिन जब हाईवे अंधेरे और कोहरे की गिरफ्त में आ जाए तो हालात मुश्किल हो जाते हैं। कोहरे में दृश्यता बेहद कम हो जाती है। आगे क्या है, यह अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर सड़क पर रोशनी का इंतजाम न हो तो हादसों का खतरा बना रहता है। सड़क पर खड़े वाहन, डिवाइडर, मोड़, गड्ढे या अचानक सामने आ जाने वाले पशु, सब कुछ आखिरी पल में नजर आता है। हाईवे पर कोहरे के साथ अंधेरा हादसों के खतरों को बढ़ा देता है। मेरठ में गढ़ रोड पर हाईवे का काम चल रहा है, और सड़कें अंधेरे में डूबी रहती हैं। बागपत रोड पर मलियाना पुल के ऊपर लाइटें तो हैं लेकिन वह जलती नहीं और कई बार हादसे हो चुके हैं। इस सड़क पर आगे कुछ जगह खंभों से लाइटें गायब हो ग...