मेरठ, मई 5 -- मेरठ। कभी एक सुनहरे सपने की तरह दिखी गंगापुरम कॉलोनी, आज एक दर्द भरी हकीकत बन चुकी है। एक वादा था, अच्छी सड़कें होंगी, साफ पानी मिलेगा, सीवर और नालियों की व्यवस्था होगी, लेकिन अब, उस वादे की जगह सिर्फ इंतजार, तकलीफ और लड़ाई ने ले ली है। लोगों ने अपनी जिंदगी की कमाई इस भरोसे पर लगा दी कि उनका आने वाला कल बेहतर होगा, लेकिन आज वो ही लोग गंदगी, असुविधा और उपेक्षा के दलदल में फंसे हुए हैं। कॉलोनी के लोगों की लड़ाई आज भी जारी है, इस उम्मीद में कि शायद कोई सुने, कोई समझे, और कॉलोनी की स्थिति सुधर सके। मेरठ में मवाना रोड स्थित गंगापुरम कॉलोनी 2005 में कॉलोनाइजर के द्वारा बसाई गई थी। इसको एमडीए से एप्रूव्ड कराया गया और फिर लोगों को इसमें प्लॉट्स व मकान बेच दिए गए। एप्रव्ड कॉलोनी के नाम पर लोगों ने सभी प्लॉट्स खरीद लिए। सड़क, नालियां,...
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