मेरठ, मई 6 -- सैफी समाज के लोग मुख्य रूप से लकड़ी एवं लोहे का काम करते हैं। कुटीर उद्योग चलाकर अपना और परिवार का जीवन यापन करने वाले सैफी समाज के लोगों का सामाजिक ताने-बाने के साथ ही समाज-सूबे के आर्थिक, सामाजिक निर्माण में अहम योगदान है। कुटीर उद्योग चलाने के लिए सैफी समाज के लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समस्याओं से जूझ रहे सैफी समाज के लोग सुविधाएं और सरकार का साथ चाहते है। वह कहते है कि लकड़ी और लोहे से जीएसटी दर कम हो। कुटीर उद्योग के लिए फ्लैट रेट पर बिजली मिले। ढाई फुट आरा मशीन को लाइसेंस मुक्त किया जाए। वन निगम की लकड़ी की नीलामी में और सरकारी विभागों में जितना लोहा, लकड़ी आदि का काम टेंडर से होता है उसमें समाज के लोगों को वरीयता मिले। साथ ही नए कारोबार करने वालों को 25 लाख तक का ऋण ब्याज मुक्त मिले, तो बात बनें...