मुजफ्फर नगर, अप्रैल 20 -- जनपद में जैन समाज की आबादी करीब 40 हजार है, जो वैसे तो देश के अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल हैं, लेकिन इन्हें आरक्षण कोटे में शामिल नहीं किया गया है। यूं तो जैन समाज के अधिकांश लोग बिजनेस करते हैं, लेकिन समाज के कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है। इसके चलते अल्पसंख्यक वर्ग में होने के बावजूद आरक्षित कोटे में न होने के चलते इन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। बावजूद इसके जैन समाज सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाता है और जनपद में इनके कई स्कूल-कॉलेज, हॉस्पिटल और धमार्थ चिकित्सालय संचालित हैं। समाज की पीड़ा राजनीतिक भागीदारी को लेकर भी है, जो नगण्य है। जैन समाज अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल है, जिनकी देश की आबादी में महज 0.40 प्रतिशत ही है। देश में अल्पसंख्यक होने के बावजूद इन्हें आरक्षण ...