मुजफ्फर नगर, अप्रैल 13 -- जनपद में मध्यम वर्गीय परिवारों की ऐसी हजारों महिलाएं हैं, जो परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी उठाते हुए बिना पेंशन-भत्तों के मामूली वेतन पर कारखानों में काम करने को मजबूर हैं। मामूली वेतन के बावजूद कार्यस्थल पर आने-जाने के लिए इन्हें जेब से ऑटो व रिक्शा का किराया अलग से खर्च करना पड़ता है। सुरक्षित भविष्य के साथ ही आने-जाने के दौरान सुरक्षा को लेकर भी हजार आशंकाएं रहती हैं। मजबूरी में दुधमुहें बच्चे को लेकर जाने वाली महिलाओं को कार्यस्थल पर चाइल्ड केयर यूनिट का भी कोई लाभ नहीं मिल पाता। ऐसे में कामकाजी महिलाएं सम्मानजनक वेतन के साथ ही पेंशन-भत्ते व आने-जाने में सुरक्षित माहौल की उम्मीदें रखती हैं। ----- चाहिए सम्मान व सुरक्षित भविष्य जनपद में ऐसी महिलाओं की तादाद हजारों में हैं, जो परिवार के भरण-पोषण के लिए घर की...