भागलपुर, फरवरी 22 -- जिले में लगभग 80,000 की आबादी वाला बढ़ई समाज पारंपरिक रूप से फर्नीचर निर्माण के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। वर्षों से यह समाज लकड़ी के फर्नीचर, दरवाजे, खिड़कियां और अन्य घरेलू वस्तुओं का निर्माण करता आ रहा है। वर्तमान में लोहा, स्टील एवं प्लास्टिक के फर्नीचरों ने लकड़ी के सामान की मांग घटाई है। व्यवसाय में पूंजीपतियों का प्रवेश, सरकारी नीतियों की जटिलता और तकनीक की कमी के कारण व्यवसाय पर गंभीर संकट मंडरा रहा है। लकड़ी का बढ़ता मूल्य, दूसरे राज्यों से आयातित लकड़ी पर निर्भरता, सरकारी प्रतिबंधों और वित्तीय समस्याओं के कारण आय सीमित होती जा रही है। हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान मुंगेर के पूरब सराय में बढ़ई समाज के लोगों ने अपनी समस्या रखी। 80 हजार जनसंख्या है जिले में बढ़ई समाज के लोगों की 15 आरा मिलें हैं जिले में, चिर...