भागलपुर, अप्रैल 19 -- समाजिक संरचना में अहम भूमिका निभाने वाले मोची समुदाय की स्थित चिंताजनक है। जिले में रविदास जाति की जनसंख्या लगभग 5 लाख है। इनमें से 3000 लोग जूते-चप्पल सिलने और मरम्मत करने का कार्य करते हैं। आधुनिक तकनीक और बाजार में ब्रांडेड जूते-चप्पलों की उपलब्धता ने उनके व्यवसाय को प्रभावित किया है, जिससे इनकी दैनिक आमदनी मात्र 200 रुपये रह गई है। वहीं, जूता-चप्पल पॉलिश करने वालों की आमदनी मात्र 150 रुपये प्रतिदिन है। ऐसे में, इस समुदाय के अधिकांश लोगों का जीवन अत्यंत दयनीय है। मुंगेर के मुबारकचक में हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान इस समुदाय के लोगों ने अपनी समस्याएं बताईं। 05 लाख के करीब है जिले में मोची समुदाय के लोगों की आबादी 03 हजार मोची जिले में जूता-चप्पल बनाने एवं मरम्मत में हैं लगे 02 सौ रुपए तक लगभग प्रतिदिन हो जाती ...
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