भागलपुर, सितम्बर 20 -- प्रस्तुति: गौरव कुमार मिश्रा मुंगेर जिले के इटवा पंचायत के पचरूखी गांव की करीब दो हजार आबादी वर्षों से बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जी रही है। गांव की सबसे बड़ी समस्या जलजमाव है। बरसात के दिनों में महीनों तक घरों और गलियों में पानी जमा रहता है, जिससे ग्रामीणों को महामारी फैलने और विषैले जीव-जंतुओं के खतरे का डर सताता है। नल-जल योजना की विफलता ने स्थिति को और भी दयनीय बना दिया है। लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलता, जिससे वे मजबूरन दूषित जल का उपयोग करते हैं और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही जर्जर सड़कें और टूटी पुलियाएं ग्रामीण जीवन को कठिन बनाती हैं। गांव तक पहुंचने के लिए लोगों को गड्ढों से भरी सड़कों पर संघर्ष करना पड़ता है। धरहरा प्रखंड के इटवा पंचायत अंतर्गत पचरूखी गांव (वार्ड 10 और 14) की स्थिति आज भ...