भागलपुर, सितम्बर 29 -- -प्रस्तुति: गौरव कुमार मिश्रा/ रंजीत कुमार ठाकुर मुंगेर जिला (क्षेत्रफल 1,419.7 वर्ग किलोमीटर, जनसंख्या लगभग 13.6 लाख) गंभीर पर्यावरणीय चुनौतियों से जूझ रहा है। यहां मात्र 9.9 प्रतिशत क्षेत्र (करीब 13.6 हजार हेक्टेयर) ही वन आवरण है, जबकि जनसंख्या के अनुरूप यह कई गुना अधिक होना चाहिए। शहरों में वायु प्रदूषण 'मॉडरेट स्तर तक पहुंच चुका है और पौधरोपण अभियान अक्सर कागजों तक ही सीमित रह जाते हैं। हरित क्षेत्र की कमी, प्रदूषण और वृक्ष संरक्षण की अनदेखी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार घटते पेड़-पौधे पर्यावरण असंतुलन का कारण बन रहे हैं। जिला जो लगभग 1,419.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और जिसकी आबादी वर्ष- 2011 की जनगणना के अनुसार 13,67,765 है, आज धीरे-धीरे गंभीर पर्यावरणीय संकट से घिरता...
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