भागलपुर, अप्रैल 29 -- भारत के गांवों को यदि आत्मनिर्भर भारत की नींव कहा जाए, तो यह कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। परंतु, जब वही गांव बुनियादी सुविधाओं से वंचित रह जाएं, तो यह न केवल चिंता का विषय होता है, बल्कि व्यवस्था पर भी एक बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। बिहार के मुंगेर जिले की महुली पंचायत अंतर्गत आदर्श ग्राम टिकारामपुर के वार्ड संख्या 5 और 8 के निवासी इन दिनों गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं। यह संकट केवल प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता और व्यवस्था की विफलता का स्पष्ट प्रमाण है। हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान टिकारामपुर के दोनों वार्ड के लोगों ने जल संकट की समस्या को लेकर अपना दर्द बयां किया। साथ ही जल्द से जल्द संकट से निजात दिलाने की मांग की। 27 हजार है महुली पंचायत की कुल जनसंख्या 03 हजार है वार्ड संख्या 5 और 8 की संयुक...