भागलपुर, मार्च 22 -- बिहार में बेरोजगारी की समस्या बनी हुई है। हर साल हजारों लोग रोजी-रोटी के लिए दूसरे राज्यों के लिए पलायन कर रहे हैं। बेरोजगारी के मामले में बिहार आज भी देशभर में चौथे स्थान पर है। सरकारी क्षेत्रों में नौकरी के अवसर सीमित हैं और स्वरोजगार के भी समुचित और सुलभ साधन उपलब्ध नहीं हैं। बिहार सरकार ने युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना शुरू की थी, लेकिन यह योजना बेरोजगार छात्रों के लिए छलावा साबित हो रहीं हैं। ऐसे में बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। बेरोजगार छात्रों ने बताया कि जिले में हर साल लगभग 30 हजार छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन इसके अनुपात में नौकरी के अवसर नहीं के बराबर है। वर्तमान सरकार में 20 साल बाद भी नौकरियों की रफ्तार बहु...