भागलपुर, अप्रैल 9 -- मुंगेर शहरी क्षेत्र के कई मोहल्लों में केसरवानी वैश्य समाज के करीब 1500 परिवार रहते हैं। शहर के विकास या सामाजिक कार्यों में इस समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। केसरवानी समाज के लोगों का कहना है कि हमलोग खास महाल की जमीन पर अपना व्यवसाय करते हैं बैंक खास महल को तवज्जो नहीं देता है। व्यवसाय को और आगे बढ़ाने के लिए अगर बैंक लोन के लिए आवेदन देते हैं तो लोन नही मिल पाता है। अन्य लोन लेने के लिए बहुत सारी कागजी प्रक्रिया करनी पड़ती है। खास महाल की काली व्यवस्था को समाप्त कर स्थायी बाशिंदों को मालिकाना अधिकार दिए जाने से ना सिर्फ केसरवानी वैश्य बल्कि मुंगेर शहर के सभी व्यवसायियों को अपने व्यवसाय को चमकाने का सुनहरा मौका मिल सकेगा। केसरवानी समाज कि महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व करने का मौका देना चाहिए। 19 सौ 18 में हुआ थ...