मिर्जापुर, जून 26 -- विंध्यधाम बनने के बाद मिर्जापुर की ख्याति बढ़ी है तो श्रद्धालुओं-और तीर्थयात्रियों की अपेक्षाएं भी। अपेक्षा का एक बड़ा केन्द्र रोडवेज बस अड्डा भी है। वजह चाहे जो हो, यहां से यात्रा करने वालों को कई तरह की दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। बरसात में परिसर जलजमाव से घिरा रहता है। शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय एवं विश्राम गृह की कमी अखरती है। बसों का इंतजार खुले आसमान के नीचे करना पड़ता है। रोडवेज की आय कम नहीं है। कमी है उन इंतजामों की जो यात्रा को सुगम और यादगार बनाते हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। मिर्जापुर रोडवेज की बसों से प्रतिदिन लगभग 10 हजार लोग सफर करते हैं। कोई नौकरी के लिए, कोई तीर्थ यात्रा पर, कोई इलाज कराने, कोई पढ़ाई के लिए। 13845 वर्ग मीटर में फैले रोडवेज परिसर में सुविधाओं का ऐसा टोटा है कि यात्रियों को हर कद...
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