मिर्जापुर, मार्च 22 -- नगर का बबुआ पोखरा मोहल्ला बीमारी का घर है। टूटी सड़कें और बदहाल सफाई व्यवस्था से लोग परेशान है। मोहल्ले में कूड़े के ढेर ऐसे लगा हुआ है जैसे सजावट का हिस्सा हों। बच्चों के खेलने की जगह नहीं, बुजुर्गों के बैठने का ठिकाना नहीं है। यहां स्ट्रीट लाइट तक की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। वश जैसे तैसे लोगों की जिंदगी गुजर रही है। मोहल्ले की तकलीफें अब रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं। अब लोग सिर्फ समस्या का समाधान चाहते हैं। एक जमाने के प्रतिष्ठित जमींदार बबउ दुबे के शान और रुतबे से बबुआ पोखरा नाम से इलाके को पहचान मिली। जिस पोखरे ने इलाके को पहचान दी, अब वह गंदगी, अतिक्रमण और उपेक्षा के बोझ तले दम तोड़ रहा है। मोहल्ले के हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। दो साल से इस मोहल्ले के लोग अंधेरे, गंदगी और अव्यवस्था के बी...