मिर्जापुर, अप्रैल 20 -- पहले लोग कहते थे- चलो लालडिग्गी, बढ़िया फर्नीचर मिलेगा.... अब कहते हैं- आपकी दुकान तक पहुंचना मुश्किल है, ऑनलाइन खरीद लेते हैं! लालडिग्गी इलाका कभी फर्नीचर कारोबार की पहचान हुआ करता था, लेकिन आज वहां सन्नाटा पसरा है। ट्रैफिक जाम, पार्किंग समस्या, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और टैक्स ने कारोबार की रफ्तार रोक दी है। करीब 300 दुकानों और उनसे जुड़े हजारों परिवारों की रोजी-रोटी खतरे में है। वे कहते हैं- हमने जिंदगी लगा दी इस काम में, लेकिन अब लगता है जैसे हमारी उम्मीदें दम तोड़ रही हैं। कारोबार चले, सिर्फ इतनी सी आस है उनकी। शहर का लालडिग्गी इलाका कभी फर्नीचर कारोबार का चमकता सितारा हुआ करता था। शादी-ब्याह हो या नए घर में सामान भरना हो, लोग सीधे लालडिग्गी दौड़ पड़ते थे, लेकिन अब वही इलाका वीरान सा लगता है। दुकानदार दिनभर खाली बैठ...
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