मिर्जापुर, जून 10 -- जिले में छोटे किसानों की हालत दयनीय है, खासकर सब्जी किसानों की। कभी-कभी खेती की लागत नहीं निकल पाती, फिर भी वे अगली फसल से भरपाई की उम्मीद करते हैं। उन्हें न तो समय पर खेती संबधी उचित जानकारी मिल पाती है और न ही बीज और खाद। सब्जी लेकर मंडी पहुंचने पर वहां बिचौलियों के शिकार हो जाते हैं। अनुदान कैसे मिलेगा और फसल बीमा का लाभ कैसे पाएं, इस प्रक्रिया से भी ज्यादातर किसान अनजान ही हैं। छुट्टा पशु भी उनकी 'आय को गंभीर चोट पहुंचा रहे हैं। सब्जियां दैनिक आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। दादी की कहानियों से लेकर डॉक्टर की सलाह तक सब्जियां हर जगह तारीफ पाती हैं। सब्जियों का सेवन स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी इन्हें उगाने वाले किसानों की मेहनत की कद्र करना भी है। कुशवाहा नगर में 'हिन्दुस्तान' से चर्चा के दौरान सब...