मिर्जापुर, अगस्त 19 -- नगर का भटवा की पोखरी मोहल्ला कभी बैंडबाजा वालों के लिए मशहूर था। डीजे की बढ़ती डिमांड के आगे बैंडबाजा की आवाज गुम हो गई है। नगर के सबसे घनी आबादी वाले मोहल्ले के लोगों को रोज कठिन चुनौतियों से जूझना पड़ता है। टूटी सड़कें और बजबजाती नालियां स्वागत करती हैं। गली में गंदगी और बदबू से जीना दुश्वार हो गया है। बिजली के तार कब टूट कर गिर पड़ें, कहना मुश्किल है। यहां की समस्याओं से जिम्मेदारों ने मुंह मोड़ रखा है। लोग परेशान हैं कि वे किससे गुहार लगाएं। बुनियादी समस्याओं से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर के भटवा की पोखरी मोहल्ला. नाम आते ही रियाज में मशगूल बैंडबाजा वालों की तस्वीर आंखों में तैर जाती है। शादी-विवाह का सीजन शुरू होते ही कभी मोहल्ले में नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की भीड़ जुटती थी। अ...