मिर्जापुर, सितम्बर 23 -- दुर्दशाग्रस्त बुनियादी सुविधाओं के कारण पैरिया टोले के लोगों का जीवन सांसत में पड़ा हुआ है। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, गड्ढे बन गए हैं, नालियां जाम पड़ी हैं, सफाई नहीं होती। बिजली के तार उलझे हैं, स्ट्रीट लाइटें भी नहीं है। वर्षों से यहां के लोग इन समस्याओं से दो-चार हो रहे हैं, चैन-सुकून छिन गया है। फिर भी यहां के निवासियों ने 'सुधार की उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं। उन्हें आस है कि अगर जिम्मेदार गंभीर हो जाएं तो आज नहीं तो कल यहां भी सुविधाएं 'खिलखिलाने लगेंगी। शहर के बीच बसे पैरिया टोले की आबादी लगभग 2000 है। यह मेहनतकश लोगों की बस्ती है। यहां के ज्यादातर लोग मजदूरी और छोटे-मोटे काम करके पेट पालते हैं। उनकी जिंदगी सिर्फ काम की तलाश में ही नहीं, बल्कि रोज की परेशानियों से भी घिरी है। लोग योजनाओं के लाभ से भी वंचित ...