मथुरा, जुलाई 1 -- युवाओं के लिए कौशल और अवसर के बीच की खाई मुश्किल बन रही है। डिग्री तो है लेकिन उद्योगों की जरूरतों के अनुसार व्यावहारिक अनुभव और कौशल की कमी उन्हें रोजगार मिलने में संकट पैदा कर रही है। युवाओं का कहना है कि शहर के तमाम युवा पढ़ाई पूरी करने के बाद भी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। बड़ी वजह है कि कंपनियां आज सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि रेडी टू वर्क स्किल्स और अनुभव चाहती हैं, लेकिन शिक्षा व्यवस्था में इसकी भारी कमी है। देश के अधिकांश डिग्री कोर्स में इंडस्ट्री की मांगों के अनुरूप प्रशिक्षण नहीं दिया जाता। परिणामस्वरूप युवा शैक्षिक डिग्री तो हासिल कर लेते हैं, लेकिन व्यावसायिक चुनौतियों के लिए तैयार नहीं हो पाते। इंजीनियरिंग, बीकॉम, बीए, एमए जैसी डिग्रियों के बावजूद युवा इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट अनुभव और सॉफ्ट स्किल्स से वंचित हैं। ...