मथुरा, दिसम्बर 20 -- कोई भी हादसा या बुरा वक्त कभी बताकर नहीं आता। ये भी निश्चित नहीं है कि हादसा कितना गंभीर होगा। इसका ताजा उदाहरण यमुना एक्सप्रेसवे पर बलदेव क्षेत्र में हुआ हादसा है। यहां 16 दिसंबर यानी कुछ रोज पहले घने कोहरे में एक-एक कर आठ बस और करीब आधा दर्जन कारें आपस में भिड़ी। इसके बाद सभी में भीषण आग लग गई। हादसे में 19 लोगों ने अपनी जान गंवाई। घटना में राहत और बचाव दल को काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि एक्सप्रेसवे पर आसपास कोई कट नहीं था। हिन्दुस्तान के बोले मथुरा अभियान के तहत बलदेव के स्थानीय लोगों ने कहा है कि यदि यहां कट होता तो कई लोगों की जिंदगियों को बचाया जा सकता है। मायावती के मुख्यमंत्री कार्यकाल में दिल्ली से आगरा तक मथुरा की सीमा से होकर यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण जेपी ग्रुप के द्वारा किया गया था। उस समय ग्रुप के ज...