मथुरा, अगस्त 14 -- महानगर में बेसहारा गोवंश की संख्या लगातार बढ़ रही है। सड़कों पर गोवंश घूमते मिल जाएंगे। कई बार गोवंश दुर्घटना का कारण भी बन रहे हैं। हाल ये है कि नगर निगम की कान्हा गोशाला में निर्धारित क्षमता से ज्यादा गोवंश एकत्र हो गए हैं। नगर निगम निरंतर अभियान चला रहा है, लेकिन सड़कों पर बेसहारा गोवंश नजर आ रहे हैं। इनमें अधिकांश गोवंश वह है, जिसे पशुपालक दूध निकालने के बाद छोड़ देते हैं। लोगों का कहना है कि गोवंश के संरक्षण की बात तो लोग बहुत करते हैं लेकिन दूध देना बंद करने वाले गोवंश को छोड़ देना कहां तक उचित है? महानगर में गोवंश की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे सड़क हादसे की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। बेसहारा गोवंश में सबसे ज्यादा संख्या सांड़ों की है। इसके अलावा ऐसी गाय भी हैं, जो अब दुधारू नहीं रहीं। कूड़े कचरे के ढेरों पर ऐसे गो...