मथुरा, फरवरी 26 -- ब्रिटिश कालीन पुराने शहर के नया बाजार, डोरी बाजार और कसेरट बाजार में भारत विख्यात द्वारिकाधीश मंदिर समेत आधा दर्जन से अधिक प्राचीन मंदिर हैं। स्वामी घाट और विश्राम घाट से भी यह बाजार जुड़ा हुआ है। स्थानीय लोगों से ज्यादा तीर्थ यात्री इस बाजार से होकर गुजरते हैं, लेकिन बाजार अव्यवस्थाओं के मकड़जाल से नहीं उबर सका है। यातायात की समस्या बड़ी है। इसकी वजह से कारोबार पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। करीब दो दर्जन बड़े गली-मोहल्ले भी इस बाजार से जुड़े हुए हैं। ऐसे में बाजार के हालात सुधारने की जरूरत है। पुरानी आबादी वाले शहर के बीचों-बीच बसा नया बाजार, डोरी बाजार और कसेरट बाजार की कभी सबसे अलग पहचान थी। यह वह बाजार है, जहां थोक और रिटेल की दुकानें हैं। परंतु, कदम-कदम पर जाम और गंदगी यहां के कारोबारियों कि नियति बन गयी है। यह बाजार है, ...
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