एटा, जून 8 -- एटा। शहर के तिराहों और चौराहों की समस्या का समाधान बहुआयामी दृष्टिकोण से ही संभव हो सकता है। इसमें प्रशासन, नागरिक और योजनाकार सभी की भागीदारी बेहद जरुरी है। तिराहों-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए और उन्हें आधुनिक यातायात प्रबंधन तकनीकों और भीड़ नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया जाए। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। ताकि अनुपालन हो सके। सभी तिराहो-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरों को स्थापित किया जाए। खासकर शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले मार्ग जीटी रोड पड़ने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड तिराहा, कहचरी रोड, तिराहा, ठंडी सड़क तिराहा, घंटाघर चौराहा, हाथी गेट चौराहा, अलीगंज रोड चौराहा आदि प्रमुख चौराहों पर इनका होना बेहद जरूरी है। यातायात विशेषज्ञों की मदद से प्...