मथुरा, अक्टूबर 29 -- अक्षय नवमी और देवउठान एकादशी के दिन वृंदावन की पंचकोसिय परिक्रमा करने की प्राचीन परंपरा चली आ रही है। परंपरानुसार लाखों श्रद्धालु वृंदावन की पंचकोसिय परिक्रमा लगाने के लिए आते हैं और परिक्रमा लगाकर पुण्य फल प्राप्त करते है। अभी तक व्यवस्था शुरू न होने से बृजवासियों के साथ-साथ संत- महंत और धर्माचार्य भी चिंतित नजर आ रहे हैं। सभी का कहना है कि अक्षय नवमी और और देवउठान एकादशी हमारी सनातन धर्म परंपरा के बहुत महत्वपूर्ण दिन माने जाते हैं। इस दिन परिक्रमा लगाकर पुण्य लाभ अर्जित करने की प्राचीन परंपरा सदियों से चली आ रही है। अक्षय नवमी और देवउठान एकादशी की परिक्रमा के धार्मिक महत्व को जानते हुए भी प्रशासन, नगर निगम और पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी व्यवस्था न किया जाना समझ से परे हैं। संपूर्ण परिक्रमा मार्ग में सफाई, प्र...
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