मथुरा, जून 16 -- मथुरा-वृंदावन नगरी न केबल धार्मिक स्थल है, बल्कि यहां हजारों की संख्या में लावारिस और वृद्ध गायों को शरण देने वाली गोशालाएं हैं। सरकार की ओर से भी कई गोशालाएं बनायी गई हैं। लेकिन लगातार हो रही तस्करी से इन संस्थानों पर भी दबाव बढ़ रहा है। गो प्रेमियों का कहना है कि शासन-प्रशासन द्वारा संपूर्ण ब्रजमंडल को गो रक्षा विशेष क्षेत्र घोषित किया जाए और गो रक्षकों को कानूनी व आर्थिक संरक्षण दिया जाए। अखिल भारतीय गो सेवा समिति से जुड़े युवा बताते है कि गो रक्षा सर्फि भावना नहीं, कर्तव्य है और इसमें सबका सहयोग आवश्यक है। उनका कहना है कि उन्होंने वर्ष 2016 में गोवंश को गो तस्करों से बचाने की मुहिम शुरू की थी। वर्तमान में उनकी टीम में 200 सक्रिय सदस्य है। अब तक यमुना एक्सप्रेस वे, नेशनल हाइवे सहित मथुरा जिले से जुड़े अन्य राज्यों की सीमा...