मथुरा, मार्च 9 -- मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा 90 के दशक में बनाया गया विकास बाजार जर्जर हाल में पहुंच गया है। नाम जरूर विकास बाजार है लेकिन है विकास से कोसों दूर। दो मंजिला बने विकास बाजार में ग्राउंड और पहली मंजिल पर दुकानें हैं। हाल यह है कि विकास बाजार के किसी भी कोने में चले जाओ हालत खस्ता मिलेगी। इसके जीने जर्जर हो चुके हैं। हर हिस्से में भवन का प्लास्टर झड़ चुका है। कुछ दुकानदारों की तो मनमर्जी चल रही है तो अधिकांश दुकानदार इसकी खस्ता हालत से परेशान हैं। मार्केट में अव्यवस्थाओं का अंबार है। कुछ जगह तो मार्केट की बिल्डिंग गिरासू हालत में है। एमवीडीए द्वारा निर्मित विकास मार्केट में 200 से अधिक दुकानें हैं। बनने के बाद इसकी मरम्मत आज तक नहीं हुई है। विकास मार्केट में मोबाइल की दुकानों की संख्या काफी है, इसलिए कुछ लोग इसे मोबाइ...