भागलपुर, अगस्त 12 -- मानसून के दौरान गंगा में आने वाली बाढ़ के कारण नाथनगर के दियारा में बसे करीब एक लाख की आबादी को वर्ष में करीब दो महीने तक विस्थापन का दर्द झेलना पड़ रहा है। बाढ़ व विस्थापन की यह समस्या यहां रहने वाले लोगों के कई पुश्तों को झेलनी पड़ रही है। आजादी के समय यहां की आबादी वर्तमान समय से करीब चार गुना कम थी, लेकिन समय के साथ बढ़ती आबादी के बोझ के कारण दियारा के निचले इलाकों में लोग रहने को मजबूर हुए। दियारा में हर साल बाढ़ झेलने वाले पंचायतों में शंकरपुर, रत्तीपुर बैरिया, अजमेरीपुर, श्रीरामपुर, रसीदपुर व गोसाईंदासपुर समेत अन्य पंचायत हैं। इन पंचायतों में करीब दो दर्जन गांव हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ से राहत के लिए जिले के कई हिस्सों में तटबंध बनकर तैयार हो गये हैं, लेकिन नाथनगर दियारा की सुरक्षा के लिए बांध व पु...