भागलपुर, जुलाई 29 -- कहलगांव नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 स्थित कागजी टोला काली घाट किनारे बसे मछुआरा समाज की बड़ी आबादी कटाव के मुहाने पर जीवन बसर कर रही है। करीब तीन दशक से भी अधिक समय से गंगा किनारे बसी आबादी कटाव से प्रभावित है। कटाव में करीब सौ फीट जमीन और कई घर गंगा में विलीन हो गया है। वर्तमान में करीब 60 से 70 परिवार अभी भी कटाव के मुहाने पर रह रहे हैं, जिनका मकान कभी भी कटाव से गंगा में समा सकता है। यहां मछुआरा समाज की बड़ी आबादी निवास करती है। जिनकी आजीविका का साधन मछली मारकर उसकी बिक्री करना है। समय के साथ कई कारणों से गंगा में मछलियां कम होती जा रही हैं। इसका असर मछुआरा समाज के लोगों की आजीविका पर पड़ रहा है। गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मछुआरा समाज को हर साल सावन माह से करीब तीन महीने तक बाढ़-कटाव के कारण ऊंची जगह, स्कूल या किर...