बोकारो, अप्रैल 28 -- विस्थापित पुनर्वास पंचायत जैना में करीब 15000 की आबादी है। पेयजल जलापू्र्ति का नियमित पानी नहीं मिलने से यहां के ग्रामीण परेशान हैं। विगत तीन वर्षों से इस पंचायत में रहने वाले विस्थापितों की समस्या काफी बढ़ गई है। कारण यह है कि जरीडीह प्रखंड क्षेत्र में रहने के बाद भी अब यहां के ग्रामीण विस्थापितों को आय, आवासीय एवं जाति आदि प्रमाण पत्र के लिए चास प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। जबकि तीन वर्ष पूर्व यह काम जरीडीह प्रखंड कार्यालय से ही संभव हो जाता था। साफ-सफाई के अभाव में यहां के लोग जहां-तहां कचरा डंप कर देते हैं। पंचायत में बिजली का खुला तार खतरे की घंटी की तरह सिर पर मंडराता है। स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। खेल मैदान नहीं हैं। सरकारी कॉलेज नहीं होने के कारण छात्रों को 30-35 किमी दूर जाना पड़ता है। जैना पंचायत क...