प्रतापगढ़ - कुंडा, मार्च 11 -- जिले के आसपुर देवसरा विकास खंड के करीब 10 गांव गोमती नदी के कछार पर बसे हैं। इसमें अधिकतर नाविकों के परिवार हैं, इनका मुख्य कार्य नाव चलाकर लोगों को नदी पार कराना है। इसी से इनकी जीविका भी चलती है, नाविकों की जिंदगी नदी के पानी पर टिकी है लेकिन जिम्मेदारों की उपेक्षा के चलते अब इनकी रोजी रोटी के लाले पड़ने लगे हैं। हर दिन सैकड़ों लोगों को नदी पार कराने वाले नाविकों की जिंदगी मझधार में है। प्रशासन से लाइसेंस की मांग हो अथवा नदी में गाद जमने का सवाल, घाटों की गंदगी हो या खुले में शौच करने की समस्या। हर मुश्किल उनके जीने के हक को चुनौती देती है। नाविक चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन उनकी समस्याएं सुने और उनका प्राथमिकता से समाधान करे। नदी की सफाई के साथ बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। खास बात यह कि इन्हें तमाम...
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