प्रतापगढ़ - कुंडा, अप्रैल 27 -- 15 सितंबर 2000 को अस्तित्व में आई बेल्हा की पांचवीं तहसील रानीगंज में भवन नए बनने के साथ ही अन्य सुविधाएं भी बहाल की गईं लेकिन दो दशक में ही सब कुछ बदहाल हो गया है। अधिवक्ताओं के साथ ही वादकारियों को भी बैठने के लिए आवश्यकता के अनुसार स्थान नहीं मिल पा रहा है। लोग टिनशेड डालकर तहसील में बैठ रहे हैं। शौचालय की सुविधा पर भी ताला है। मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित तहसील मुख्यालय बना लेकिन इलाका जौनपुर और प्रयागराज की सीमा तक है। ऐसे में रानीगंज के भी अवधिवक्ता इलाके के लोगों की सुविधा के लिए यहां भी ग्राम न्यायालय की स्थापना की मांग कर रहे हैं। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से तहसील के अधिवक्ताओं ने अपनी समस्या साझा की। कहा कि जौनपुर और प्रयागराज की सीमा से जुड़े लोगों को जिला मुख्यालय जाने के लिए 40 से 45 किल...