प्रतापगढ़ - कुंडा, मई 13 -- यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने में रोडवेज बस की अहम भूमिका मानी जाती है लेकिन इन बसों को दुरुस्त करने के लिए दिन रात मेहनत करने वाले मैकेनिकों पर किसी का ध्यान नहीं जाता। हकीकत यह है कि कार्यशाला के कर्मचारी रोडवेज डिपो से फील्ड तक लगातार मेहनत कर खराब बसों को दुरुस्त कर ऐसी स्थिति में लाते हैं कि वह यात्रियों को सुरक्षित सफर करा सकें। बावजूद इसके यदि कार्यशाला में मरम्मत करने के बाद यात्रियों को लेकर जा रही बस रास्ते में खराब हुई तो मैकेनिक को अफसरों की फटकार सुनने के साथ कई बार जुर्माना भी भरना पड़ता है। यही नहीं कार्यशाला में बसों की मरम्मत करने वाले कर्मचारियों को अफसर भी सम्मान की नजर से नहीं देखते। अफसरों की उपेक्षा से रोडवेज डिपो की कार्यशाला में काम करने वाले कर्मचारी काफी आहत रहते हैं। आपके अपने अख...
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