प्रतापगढ़ - कुंडा, मार्च 29 -- वर्ष 2009-10 की बसपा सरकार में जब शहरी गरीबों के लिए कांशीराम कॉलोनी का निर्माण कराया गया तो झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवारों का उत्साह सातवें आसमान पर था। कारण उनको अपना आशियाना मिल रहा था। कॉलोनियों का निर्माण पूरा होने के बाद गरीब परिवारों से आवेदन मांगे गए और सत्यापन के बाद कॉलोनी का आवंटन कर दिया गया। उस वक्त कॉलोनी में रहने वाले परिवारों को हर सुविधा वहीं मिल भी रही थी, इससे गरीब परिवार खुश थे लेकिन उनकी यह खुशी अधिक दिनों तक टिक नहीं सकी। बसपा सरकार के सत्ता से हटते ही इन परिवारों की उल्टी गिनती शुरू हो गई। वर्तमान में शहर की कांशीराम कॉलोनियों में रहने वाले परिवार बिजली, पानी , सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। कॉलोनियों के 50 फीसदी फ्लैट में अराजकतत्वों ने अवैध कब्जा जमा लिया है। ना...