प्रतापगढ़ - कुंडा, जून 29 -- उर्वरक कंपनियों की मनमानी और जिम्मेदारों की अनदेखी से जिले के खाद-बीज विक्रेता परेशान हैं। दरअसल खाद कंपनियां यूरिया और डीएपी की आपूर्ति अपनी शर्तों पर करने लगी हैं। यूरिया और डीएपी के साथ कंपनियां सल्फर, जिंक और कीटनाशक दवाओं की आपूर्ति जबरन कर रहे हैं। इससे प्रति बोरी यूरिया की लागत बढ़ जाती है लेकिन दुकानदारों को यूरिया और डीएपी की बिक्री उसी रेट पर करने के लिए बाध्य किया जा रहा है जो सरकार की ओर से निर्धारित है। खाद-बीज के दुकानदार बताते हैं कि वर्तमान में यूरिया की प्रति बोरी जो कीमत सरकार ने तय किया है, उससे अधिक लागत आ रही है। ऐसे में यदि यूरिया और डीएपी सरकार की ओर से तय किए गए रेट पर बेंची जाती है तो प्रति बोरी करीब 10 रुपये का घाटा हो रहा है। इसके लिए पूरी तरह से उर्वरक कंपनियों की ओर से जबरन थोपी गई ...