प्रतापगढ़ - कुंडा, फरवरी 15 -- नौनिहालों को संस्कार के साथ शिक्षित कर रहे शिक्षामित्र अफसरों के साथ शिक्षकों से सम्मान चाहते हैं। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को ककहरा सिखाने वाले शिक्षामित्रों का कहना है कि उनके साथ शिक्षकों के साथ अफसर भी सौतेला व्यवहार करते हैं। तमाम समस्याओं से जूझ रहे शिक्षामित्र एक ओर मानदेय बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं तो गैर शैक्षणिक कार्यों से विरत रखने की मांग भी है। सबसे अहम बात यह कि इन्हें वर्ष में 11 महीने 29 दिन का मानदेय दिया जाता है। जबकि इनके साथ ही शिक्षण करने वाले परिषदीय स्कूल के शिक्षकों को वेतन सहित अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। एक ही स्कूल में एक ही तरह के कार्य करने पर अलग-अलग सुविधाएं देकर शासन भी इनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने शिक्षामित्रों से उनकी समस्याएं जानने का ...