बुलंदशहर, अक्टूबर 4 -- बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा गुरुवार को मनाया गया। भगवान श्रीराम का अग्निबाण लगते ही रावण का पुतला जल गया। रावण को बुराई के रूप में देखते हैं। लेकिन हमारे जहन, समाज और आसपास में भी काफी बुराई मौजूद हैं, इन बुराई रूपी रावण को जलाने की पहल कौन करेगा? रावण का अंत होने पर यह संदेश मिलता है कि जो बुराई या खामी समाज में हैं उनका वध करने के लिए स्वयं पहल शुरू करनी होगी। बुलंदशहर, संवाददाता। दशहरा का पर्व गुरुवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ परंपरागत ढंग से मनाया गया। यह असत्य पर सत्य की विजय और बुराईयों पर अच्छाईयों की विजय का पर्व है। जनपद भर में रावण के पुतलों का दहन किया गया। इन्हीं पुतलों के साथ जिले की कुछ समस्याओं और बुराईयों का भी अंत होना चाहिए। इसके लिए सभी संकल्प लें कि बुराईयों का अंत करेंग...