बुलंदशहर, फरवरी 18 -- फार्मासिस्ट स्वास्थ्य विभाग की सबसे मजबूत कड़ी है। विभाग की मजबूत कड़ी की नींव कई समस्याओं की वजह से कमजोर हो रही है। फार्मासिस्ट से ड्यूटी चार्ट के हिसाब से काम नहीं कराया जाता। उन्हें कभी भी काम पर बुला लिया जाता हैं। काम के घंटे भी तय नहीं है। कभी 10 तो कभी 18 घंटे तक उनसे काम कराया जाता है। फार्मासिट अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं। अस्पताल में मरीज की मौत पर तीमारदार बवाल काट देते हैं। ऐसे में मृतकों के परिवार का गुस्सा फार्मासिस्टों को ही झेलना पड़ता है। अस्पतालों में सुरक्षाकर्मी बराबर तैनात नहीं है। बुलंदशहर जिले में 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 53 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 308 सब सेंटर स्थित हैं। जबकि फार्मासिस्टों की संख्या महज 105 है। फार्मासिस्टों ने अपनी सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा क...