बुलंदशहर, अगस्त 4 -- गंगा को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए जिले में शुरू हुई जैविक खेती में किसानों के सामने उनके उत्पादन को बाजार में सही दाम न मिलने में समस्या आ रही है। जिले में जैविक खेती से बड़ी संख्या में किसान जुड़े हैं, मगर बाजार में अनाज और सब्जियों के भाव उनकी मेहनत के अनुसार नहीं मिल रहा है। इसके चलते जैविक खेती से जुड़े लोगों को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है। गंगा किनारे के 33 गांवों में यूपी डास्प द्वारा किसानों से जैविक खेती कराई जा रही है। खेती के दौरान उच्च उत्पादन लागत, कीट और खरपतवार प्रबंधन के मुद्दे, मिट्टी की उर्वरता संबंधी चिंताएं, प्रमाणीकरण संबंधी बाधाएं, बाजार तक पहुंच की कठिनाइयां और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव किसानों के लिए हितकारी नहीं है। किसानों की मांग है कि उनकी मेहनत को बाजार में और दाम मिले। जैविक खेती...