बुलंदशहर, अगस्त 27 -- अहार क्षेत्र के करीब 12 से अधिक गांव पिछले कई वर्षों से बाढ़ का दंश झेलते आ रहे हैं। इन गांवों के जंगल की फसलें गंगा में आई बाढ़ के कारण पूरी तरह नष्ट हो जाती है। हजारों बीघा फसल सहित गंगा की गोद में समा जाती है। प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ किसानों को लाखों-करोड़ों रुपये का नुकसान करके जाती है। पशुपालकों के सामने बाढ़ पशुओं के लिए हरे चारे का संकट खड़ा कर देती है। खेतों में खड़ी फसलें चंद दिनों में पूरी तरह नष्ट हो जाती हैं। आपको बता दें कि गंगा किनारे बसे अहार क्षेत्र के गांव चांसी,मढ़िया फतेहपुर, औरंगाबाद तहारपुर, अहार,मुबारिकपुर बांगर,मोहम्मपुर, हसनपुर,कल्याणपुर आदि ऐसे गांव हैं जिनका अधिकांश जंगल गंगा के खादर क्षेत्र से लगा हुआ है। यूं तो गंगा की धारा जंगल से काफी दूरी बनाये रखती है लेकिन जुलाई और अगस्त के माह में गंगा में...