सीवान, अक्टूबर 24 -- 1. महिला सशक्तीकरण का अर्थ केवल नौकरी या राजनीति में भागीदारी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मतलब है निर्णय लेने की स्वतंत्रता। आज बिहार की महिलाएं शिक्षा, रोजगार, पंचायत, प्रशासन सभी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। सरकारी योजनाओं जैसे 'मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और 'जीविका ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया है। लेकिन अब भी ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह, घरेलू हिंसा और शिक्षा से वंचित होने की समस्या बनी हुई है। हमें सामाजिक सोच बदलने की जरूरत है। - शैलेश सिंह 2. पहले महिलाएं घर की चारदीवारी तक सीमित थीं, लेकिन अब वे सपनों को उड़ान देने लगी हैं। बिहार के गांवों में भी लड़कियां डॉक्टर, इंजीनियर, पुलिस ऑफिसर बनने का सपना देख रही हैं। सरकार की साइकिल और पोशाक योजना ने शिक्षा के प्रति बड़ा बदलाव लाया...