बिहारशरीफ, अक्टूबर 30 -- बोले नदियों में जमी गाद बने बाढ़ का कारण, समय पर उड़ाही ही एकमात्र समाधान हर साल हजारों एकड़ फसल होती है बर्बाद, तटबंधों पर भी बढ़ता है दबाव बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान टीम। हिमालय से उतरकर आने वाली नदियां अपने साथ सिर्फ पानी ही नहीं, बल्कि लाखों टन गाद भी लाती हैं। जो धीरे-धीरे नदियों की गोद में जमती जाती है। यह जमी हुई गाद अब बिहार की जीवनरेखा कही जाने वाली इन नदियों का गला घोंट रही है। उन्हें उथला बना रही है और हर साल आने वाली विनाशकारी बाढ़ का सबसे बड़ा कारण बन रही है। हिन्दुस्तान के संवाद में जिले के विभिन्न हिस्सों से जुड़े किसानों और आम नागरिकों ने एक स्वर में कहा कि तटबंध बनाना बाढ़ का स्थायी समाधान नहीं है। जब तक नदियों के पेट में जमी इस गाद को वैज्ञानिक तरीके से नहीं निकाला जाएगा, तब तक हर साल हमारी फसलें डूबती रहेंग...
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