भागलपुर, अक्टूबर 6 -- बोले बिहार, शहर में सार्वजनिक शौचालय और यूरिनल की समस्या पर चौपाल छोटी बातचीत 1. नेता और जनप्रतिनिधि जात पात में फंसकर रह जाते है, जिससे जनता के मुद्दे और मूलभूत समस्याओं को प्राथमिकता नहीं मिलती है। शहर में जगह जगह सार्वजनिक शौचालय निर्माण हो जिसमें बजट भी कम लगेगा। बाजार या किसी सार्वजनिक जगहों में शौच या लघु शंका लग जाने से परेशानी होती है। डॉ चैतन्य प्रकाश 2. शहर में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से कई जगहों पर लोग खुले में शौच जाने के लिए विवश हैं। सरकार द्वारा सार्वजनिक शौचालय निर्माण के साथ इसे स्वच्छ रखने के लिए आम लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। आम लोगों को शौचालय का उपयोग कर उसकी स्वच्छता रखनी चाहिए। मंगलम कुमार 3. शहर में गंदगी के कारण सभी लोगों को आवागमन के साथ कई तरह से परेशानी का सामन...