बिजनौर, जून 4 -- अंग्रेजी जमाना देख चुकी धामपुर की मंडी मारकम गंज आजादी के 78 सालों बाद भी बदहाल हालात में है। 100 सालों पुरानी मंडी मारकम गंज कभी गुड़ की बिक्री के लिए अपनी पहचान रखती थी। मंडी मारकम गंज से करीब 912 गांव जुड़े हुए हैं। रोजाना हजारों की संख्या में लोग यहां आते हैं। इसके बावजूद मंडी सुविधाओं से वंचित है। अस्थाई अतिक्रमण और जाम लगने से कारोबारी, मंडी आने वाले दोनों परेशान हैं। सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह चरमराई हुई है। हालत यह है कि मंडी में एक पुलिस पिकेट तक नहीं है, जिससे कारोबारी खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। कारोबारियों का कहना है कि पालिका से कई बार मंडी द्वार के जीर्णोद्धार की मांग की जा चुकी है, लेकिन उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। कारोबारियों को उम्मीद है कि किसी दिन मंडी की समस्याएं दूर होंगी और उनके लिए नय...
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