बिजनौर, अगस्त 14 -- शहर से लेकर गांव की सड़कों और गलियों में आवारा कुत्तों की दहशत बरकार है। शहर के कस्बों में रोजाना कुत्ते के हमलों के मामले सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा कुत्ते काटने के मामले अफजलगढ़ क्षेत्र में सामने आ रहे हैं। कुत्ते के काटने के बाद एंटी रैबीज लगवाने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ते हैं। हालांकि मेडिकल अस्पताल में एंटी रैबीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन जिले की सीएचसी व पीएचसी में कभी भी एंटी रैबीज का स्टॉक खत्म हो जाता है। जिसके चलते जिला मुख्यालय से दूर के कस्बों के लोगों को बाहर से इंजेक्शन खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। एंटी रैबिज का इंजेक्शन महंगा होने के चलते लोगों की जेब पर बोझ पड़ रहा हैं। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी-रैबीज इंजेक्शन की उपलब्धता की स्थिति अलग-अलग है। जिले की सीएचसी औ...
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