बिजनौर, जुलाई 24 -- शहरों और कस्बों में प्लास्टिक कचरा विशेषकर सिंगल-यूज़ प्लास्टिक एक विकराल समस्या बन चुका है। सड़कों से लेकर नालियों तक, हर जगह प्लास्टिक का अंबार देखा जा सकता है, जिसने न केवल पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाया है, बल्कि शहरी जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित किया है। हालांकि इस समस्या से निपटने के लिए नगरपालिका प्रशासन की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अपेक्षित जनसहयोग के अभाव में ये प्रयास अधूरे रह जाते हैं। निजी स्कूलों भी प्लास्टिक कचरे से निपटने के लिए रुचि नहीं दिखा रहे हैं। यही वजह है कि वर्षों से तमाम सरकारी कोशिशों के बाद भी शहर को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने के अभियानों को अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी है। बिजनौर नगर पालिका की आबादी करीब पौने दो लाख है। रोजाना हजारों लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करते हैं।...
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