बिजनौर, फरवरी 14 -- घर ऐसी कॉलोनी में हो जहां काम से लौटने का मन करे। कॉलोनी में लौटने के बाद सुविधाओं को लेकर मन कुंद न हो। हर कोई चाहता है कि उसकी कॉलोनी वीआईपी हो। सुविधाएं ही सुविधाएं हो। इसी चाह को लेकर कालोनी में मकान तो बना लिए, लेकिन अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। समस्या एक नहीं अंबार लगा है। नगर पालिका में शामिल होने के बाद भी कलीम कालोनी के लोग इस उम्मीद में है कि कब सुविधाएं मिलेंगी। कॉलोनी के लोग आस लगाए बैठे हैं कि कॉलोनी को लेकर देखा सपना कब पूरा होगा। कलीम कॉलोनी ईदगाह रोड पर करीब 150 आवास हैं और करीब 900 की आबादी। नगर पालिका में तो कालोनी शामिल हो गई लेकिन समस्याओं पर विराम नहीं लगा। कालोनी के लोगों की सबसे बड़ी समस्या सड़क टूटी फूटी है। टूटी सड़क परेशानी का सबब बनी है। एक नहीं कई सड़क जर्जर हालत में है और मांग उठाने के बाद भी सड़क...