बिजनौर, सितम्बर 19 -- सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी बेसिक शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य करने के फैसले से शिक्षक खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। शिक्षक फैसले को अव्यवहारिक बताते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। अलग-अलग शिक्षक संगठन फैसले को लेकर जिले में आंदोलन कर रहे हैं। शिक्षकों में नाराजगी है और जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन डीएम को दे रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि यह फैसला शिक्षकों के हित में नहीं है। शिक्षकों पर जबरन यह फैसला थोपा जा रहा है। शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता लागू करने के आदेश वापस लिए जाएं। एक सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सेवारत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता किए जाने से प्रदेशभर के शिक्षक असहज हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों की मानें तो प्रदेश में लाखों शिक्षक टीईटी उत्तीर्ण नहीं है, जबकि वर्ष 2010 के ...