बिजनौर, जुलाई 3 -- जिले में गुलदार आतंक का पर्याय बना हुआ है। एक के बाद एक हमला कर लोगों की जान ले रहा है। जिले में गुलदार की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। 2023 से अब तक गुलदार 28 लोगों को मार चुका है। मौत का झपट्टा कब कहा लग जाए कहना मुश्किल है। हालात ऐसे है कि किसान खेत पर जाने से डर रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी भी समस्या का हल नहीं निकाल पा रहे हैं। ट्रैप कैमरे और पिंजरे लगाने से लेकर ड्रोन उड़ाकर वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। वहीं गुलदार की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गन्ने के खेतों में गुलदार ने अपना आशियाना बनाया है। गुलदार की समस्या का अंत कब होगा कहना मुश्किल है। फिलहाल लोगों को समस्या के समाधान का इंतजार है। आबादी बढ़ने के साथ साथ जंगलों का कटान किया जा रहा है। इसके चलते वन्यजीवों और मनुष्य के बीच संघर्ष भी बढ़ा है। पिछले ...